जंगली हाथियों का कहर ,किसानों द्वारा मुआवजे की मांग

संवाददाता उदयभान गुप्ता

लखीमपुर खीरी / निघासन के गांव दौलतपुर में बीती रात करीब 11 बजे दुधवा जंगल से आए जंगली हाथियों के झुंड ने मझगई थाना क्षेत्र के बोधिया कला गांव स्थित महोली फार्म में भारी तबाही मचाई। दर्जनों हाथियों ने खेतों में घुसकर किसानों की  एकड़ों गन्ने की फसल को रौंद डाला, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।

ग्रमीणों के अनुसार, हर साल जंगल से निकलकर हाथी खेतों की ओर आते हैं और फसलों को तहस-नहस कर  वापस जंगल में चले जाते हैं, लेकिन वन विभाग सिर्फ आश्वासन देकर पीछा छुड़ा लेता है। मुआवज़ा देने की बात टाल दी जाती है, जिससे किसानों में भारी रोष है।

मझगई रेंजर अंकित सिंह ने बताया कि "जंगल की सीमावर्ती ज़मीनों से लगे खेतों के पास सरयू नाला बहता है, जहाँ हाथी पानी पीने आते हैं। इसी दौरान खेतों में  खड़ी फसलों को तहस नहस कर किसानों को  नुकसान पहुंचाते है।"

हाथियों द्वारा नुकसान उठाने वाले किसानों में कृष्ण कुमार, राम किशुन, हरिश्चंद्र, विजय पाल, श्रीचंद, रायबहादुर, अरुण कुमार, अनिल कुमार, संदीप यादव, केशवराम, नन्हू, और देशकुमार शामिल हैं।

गांव के पास खेतों में हाथियों के बार-बार आने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने मांग की है कि वन विभाग फौरन नुकसान का सर्वे कर मुआवजा दे और भविष्य में ऐसे हमलों से फसलों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए। जिससे किसानों की फसलों को नुकसान ना होने पाए

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