नवरात्रि के पहले दिन, 22 सितंबर 2025 को लागू हुए अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'जीएसटी बचत उत्सव' बताया है। उन्होंने एक खुले पत्र और राष्ट्र के नाम संबोधन में इन सुधारों पर विस्तार से बात की थी।
नवरात्रि के पहले दिन, 22 सितंबर 2025 को लागू हुए अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'जीएसटी बचत उत्सव' बताया है। उन्होंने एक खुले पत्र और राष्ट्र के नाम संबोधन में इन सुधारों पर विस्तार से बात की थी।
संपादक विमलेश कुमार
मोदी जी द्वारा कही गई मुख्य बातें:
दोहरे लाभ का उत्सव: पीएम मोदी ने इसे "डबल धमाका" बताया, क्योंकि जीएसटी दर में कटौती के साथ-साथ पहले घोषित आयकर छूट को मिलाकर नागरिकों को लगभग ₹2.5 लाख करोड़ की बचत होगी।
दो मुख्य टैक्स स्लैब: अब जीएसटी के चार स्लैब (5%, 12%, 18% और 28%) को खत्म करके दो मुख्य स्लैब (5% और 18%) कर दिए गए हैं।
सस्ती होंगी रोजमर्रा की चीजें: इस बदलाव से कई रोजमर्रा की चीजें सस्ती हो गई हैं। इनमें शामिल हैं:
5% स्लैब: भोजन, दवाएँ, साबुन, टूथपेस्ट, शैम्पू, और कुछ डेयरी उत्पाद।
टैक्स-फ्री: जीवन और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी, 33 जीवन रक्षक दवाएँ और शैक्षणिक सामग्री।
आत्मनिर्भर भारत पर जोर: पीएम मोदी ने लोगों से 'मेड इन इंडिया' उत्पादों को अपनाने का आग्रह किया। उनका कहना है कि ये सुधार आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
किसानों और व्यापारियों को लाभ: उन्होंने कहा कि इन सुधारों से किसान, छोटे व्यापारी और एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) भी लाभान्वित होंगे, क्योंकि इससे व्यापार करना आसान होगा।
विकसित भारत का लक्ष्य: पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी में ये बदलाव 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेंगे।
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